रायपुर। छत्तीसगढ़ के बाज़ारों में इस साल नवरात्र और ‘जीएसटी 2.0’ (स्लैब में कमी) लागू होने का ज़बरदस्त असर देखने को मिला है। रायपुर समेत प्रदेशभर के सभी प्रमुख सेक्टरों में रिकॉर्ड तोड़ ख़रीदी हुई है, जिससे कारोबार ने पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं।
कारोबारी संगठनों के मुताबिक, पिछले साल की तुलना में इस साल नवरात्र के शुरुआती छह दिनों में कारोबार में 30 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस अवधि में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, सराफा (ज्वेलरी) और घरेलू उपयोग के सामानों की ज़ोरदार बिक्री हुई। जहां पिछले साल इसी सीजन में करीब 840 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, वहीं इस साल यह आंकड़ा बढ़कर लगभग 1200 करोड़ रुपये पर पहुँच गया है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में सर्वाधिक उछाल
सबसे ज़्यादा उछाल ऑटोमोबाइल सेक्टर में दर्ज किया गया। इन 6 दिनों में 5,500 से अधिक वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री हुई, जिसका कारोबार मूल्य 570 करोड़ रुपये रहा। वाहनों की बिक्री सामान्य दिनों की अपेक्षा 50 प्रतिशत से अधिक है। दोपहिया से लेकर कार तक में जीएसटी स्लैब कम होने से ग्राहकों को 7,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये से ज़्यादा तक की सीधी छूट मिल रही है, जिसने बिक्री को नई गति दी है।
सराफा और कपड़ा बाज़ार भी गुलज़ार
सोने-चांदी के रिकॉर्ड ऊंचे दाम होने के बावजूद, सराफा बाज़ार में भी अच्छी भीड़ रही। रायपुर जिले में 200 करोड़ रुपये और पूरे प्रदेश में 500 करोड़ रुपये की ज्वेलरी खरीदी गई। कारोबारियों का कहना है कि दीवाली तक कीमतों में और वृद्धि की आशंका के चलते लोग अभी से खरीदारी कर रहे हैं।
इसी तरह, कपड़ा बाज़ार में लगभग 100 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है। रेडीमेड कपड़ों में 2,500 रुपये तक की खरीदी पर जीएसटी छूट के कारण ग्राहकों का उत्साह बढ़ा है। इसके अलावा, किराना सामानों की खरीदी में भी इज़ाफ़ा हुआ है, क्योंकि लोग दीवाली के दौरान कीमतों में होने वाली संभावित वृद्धि से बचने के लिए अभी से स्टॉक कर रहे हैं।
कारोबारियों ने इस रिकॉर्ड तोड़ बिक्री को आगामी दीवाली त्योहार के लिए एक बेहद सकारात्मक संकेत माना है।