रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य में किसानों के लिए एक बड़ी राहत और उत्सव का माहौल लेकर, तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार आज यानी 15 नवंबर 2025 से धान खरीदी की शुरुआत हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर किसानों को बधाई दी और सोशल मीडिया के माध्यम से एक संदेश जारी किया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि “आज भोर की सुनहरी किरणों के साथ छत्तीसगढ़ की धरती पर फिर शुरुआत हुई है धान खरीदी की। यह धान खरीदी किसान भाइयों की मेहनत और सरकार पर उनके विश्वास का उत्सव है।” उन्होंने व्यवस्थाओं का हवाला देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की समृद्धि का यह सफर किसानों के अटूट विश्वास की रोशनी के साथ आगे बढ़ रहा है।
समर्थन मूल्य और लक्ष्य
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस वर्ष भी किसानों को धान का मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा पूरा किया है। इस बार समर्थन मूल्य पर सरकार ने 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। धान खरीदी का यह सिलसिला 15 नवंबर 2025 से शुरू होकर 31 जनवरी 2026 तक जारी रहेगा। किसान भाई सोमवार से शुक्रवार तक राज्यभर में बनाए गए 2739 खरीदी केंद्रों पर धान बेच सकेंगे।
अवैध बिक्री और परिवहन पर सख्ती
सरकार ने धान के अवैध परिवहन और बिक्री को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। राज्य की सीमा पर चेक पोस्ट बनाकर कड़ी निगरानी की जा रही है। यदि कोई भी व्यक्ति अवैध परिवहन या बिक्री करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, धान की सुरक्षा के लिए सभी खरीदी केन्द्रों पर जल निकासी (ड्रेनेज) और तिरपाल (तारपोलिन) की पर्याप्त व्यवस्था की गई है, और निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
टोकन सिस्टम से मिलेगी सुविधा
किसानों को धान बेचने के लिए इस बार भी ‘तुंहर टोकन’ मोबाइल ऐप के माध्यम से टोकन लेना अनिवार्य होगा। किसान घर बैठे हर दिन सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक ऑनलाइन टोकन ले सकते हैं। जो किसान ऑनलाइन टोकन लेने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए मंडियों में टोकन की व्यवस्था भी की गई है।
टोकन और बिक्री की सीमा निर्धारित
सरकार ने किसानों को उनकी भूमि के आधार पर टोकन की सीमा निर्धारित की है:
- 2 एकड़ या उससे कम जमीन: अधिकतम एक टोकन
- 2 से 10 एकड़ जमीन: अधिकतम दो टोकन
- 10 एकड़ से ज़्यादा जमीन: अधिकतम तीन टोकन
सरकार की इस पहल से किसानों को अपनी उपज बेचने में सुविधा मिलेगी और उनकी आय सुनिश्चित होगी।