भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक में रेपो रेट को 5.5% पर स्थिर रखने के फैसले के बाद भारतीय शेयर बाजार में उछाल देखने को मिला। बुधवार को, बीएसई सेंसेक्स 306 अंक बढ़कर 80,574.29 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 84 अंक की तेजी के साथ 24,695.40 पर बंद हुआ।
हालांकि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया, बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। इसका कारण आरबीआई द्वारा महंगाई दर का अनुमान कम करना (3.1% से 2.6% तक) और जीडीपी विकास दर का अनुमान बढ़ाना (6.5% से 6.8% तक) माना जा रहा है। इन फैसलों से बाजार में यह संदेश गया कि अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है।
यह दूसरा मौका है जब आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है, जबकि इस साल की शुरुआत में तीन बार में कुल 1% की कटौती की गई थी। इस फैसले से बैंकों, वित्तीय सेवाओं और ऑटो सेक्टर जैसे ब्याज दर-संवेदनशील शेयरों में तेजी आई।
भारतीय रिजर्व बैंक का यह फैसला यह भी दिखाता है कि वह घरेलू अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन और नियंत्रित महंगाई को ध्यान में रखते हुए फिलहाल प्रतीक्षा की नीति अपना रहा है। इससे संकेत मिलता है कि भविष्य में दरों में और कटौती की संभावना बनी हुई है।