प्रयागराज/वाराणसी: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और वाराणसी शहरों में अचानक आए मौसम में बदलाव ने दुर्गा पूजा की तैयारियों को बुरी तरह प्रभावित किया है। शुक्रवार रात, तेज हवाओं और बारिश ने इन शहरों में कई जगहों पर पंडालों और स्वागत द्वारों को गिरा दिया, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रयागराज में, कटरा इलाके में स्थित समिया माई मंदिर के पास बनाया गया एक 80 फीट ऊंचा दुर्गा पूजा पंडाल तेज हवा के झोंकों से गिर गया। पंडाल सीधे 11 हजार वोल्ट की बिजली की तारों पर गिरा, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। हालांकि, गनीमत रही कि इस हादसे के समय पंडाल के पास कोई मौजूद नहीं था, जिससे किसी भी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई। सूचना मिलने पर, बिजली विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और बिजली की आपूर्ति बंद कर दी। बाद में, टूटे हुए तारों को हटाकर दूसरे ट्रांसफार्मर से लाइन चालू करके बिजली बहाल की गई। यह पंडाल दक्षिण भारतीय शैली के प्रसिद्ध मीनाक्षी मंदिर की तर्ज पर बनाया गया था।
वहीं, वाराणसी में भी रात भर हुई बारिश ने व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया। शहर के प्रमुख मार्गों, जैसे गौदोलिया-गिरजाघर और लहरतारा-बौलिया, पर दुर्गा पूजा के लिए लगाए गए मुख्य द्वार, सजावट और बांस-बल्ली गिरकर सड़क पर बिखर गए। इसके कारण भारी यातायात जाम हो गया, जिससे जौनपुर, मिर्जापुर, गोरखपुर और आजमगढ़ जाने वाली बसों और अन्य वाहनों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा।
दोनों शहरों में इस अप्रत्याशित मौसम ने पूजा के उत्साह को फीका कर दिया है और पंडालों को फिर से दुरुस्त करने का काम शुरू हो गया है।