रायपुर की यशोदा रौतिया ने टेनिकोइट में छत्तीसगढ़ को दिलाई पहचान
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत यशोदा रौतिया ने राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की खेल जगत में पहचान बनाई है।

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत यशोदा रौतिया ने राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की खेल जगत में पहचान बनाई है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्युत कंपनी की राष्ट्रीय स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन कर टेनिकोइट खेल में प्रदेश की भागीदारी सुनिश्चित की।
टेनिकोइट: छत्तीसगढ़ में नई खेल संस्कृति की शुरुआत
टेनिकोइट एक अनोखा खेल है, जो टेबल टेनिस की तरह खेला जाता है, लेकिन इसमें रैकेट की जगह छल्लेनुमा आकृति का उपयोग किया जाता है। छत्तीसगढ़ में इस खेल के उपकरण उपलब्ध नहीं होते थे और इसे बाहर से मंगाना पड़ता था। प्रदेश में इस खेल को पहचान दिलाने का श्रेय यशोदा को जाता है, जिन्होंने राष्ट्रीय स्पर्धा में भाग लेने के बाद इसे छत्तीसगढ़ में बढ़ावा देने का संकल्प लिया।
पहली ही स्पर्धा में चौथा स्थान
अखिल भारतीय स्पर्धा में पहली बार भाग लेने पर ही यशोदा ने चौथा स्थान प्राप्त किया, जिससे उन्हें ओपन चैम्पियनशिप में एंट्री मिली। इससे पहले वे बैडमिंटन में भी अपने विभाग का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
इंजीनियरिंग से खेल जगत तक का सफर
यशोदा रौतिया ने एनआईटी से 2006 में इलेक्ट्रिकल ब्रांच में पढ़ाई पूरी की। उनके पति मनीष रौतिया भी बिजली विभाग में कार्यरत हैं और उनका बेटा वंश रौतिया भी खेलों में दिलचस्पी रखता है। परिवार का सहयोग हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहा है।
“खुद के लिए समय निकालें” – यशोदा रौतिया
रोजाना 1 से 2 घंटे अभ्यास करने वाली यशोदा का मानना है कि हर व्यक्ति को अपनी पसंद का कुछ न कुछ करना चाहिए, जिससे आत्मसंतुष्टि मिलती है। उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से न केवल टेनिकोइट में प्रदेश को आगे बढ़ाया, बल्कि छत्तीसगढ़ में इस खेल को स्थापित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।