सारंगढ़ में पंचायत आरक्षण प्रक्रिया पर हंगामा, भाजपा ने फिक्सिंग का लगाया आरोप
बुधवार को कलेक्ट्रेट में पंचायत आरक्षण प्रक्रिया के दौरान बवाल खड़ा हो गया। प्रक्रिया के शुरुआत में ही टोकन निकाले जाने
सारंगढ़ कलेक्ट्रेट में पंचायत आरक्षण प्रक्रिया पर हंगामा, भाजपा ने लगाया फिक्सिंग का आरोप
सारंगढ़, छत्तीसगढ़। बुधवार को कलेक्ट्रेट में पंचायत आरक्षण प्रक्रिया के दौरान बवाल खड़ा हो गया। प्रक्रिया के शुरुआत में ही टोकन निकाले जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया, जिससे वहां मौजूद लोगों ने जमकर विरोध किया। पंचायत आरक्षण में शामिल ग्रामीणों ने जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 5 और 6 के लिए दोबारा टोकन निकालने की मांग की, लेकिन प्रशासन ने सहमति नहीं दी।
क्या है मामला?
आरक्षण प्रक्रिया में लगे सचिव ब्रजभूषण पटेल द्वारा दो टोकन निकाले जाने की बात सामने आई है, जिस पर लोगों ने नाराजगी जताई। विरोध के कारण माहौल तनावपूर्ण हो गया। जिला प्रशासन की ओर से डिप्टी कलेक्टर अनिकेत साहू और एसडीएम प्रखर चंद्रा ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराने की कोशिश की। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांग पर अड़े रहते हुए दुबारा टोकन निकालने की बात कही।
भाजपा नेता का आरोप: फिक्सिंग हुई है
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सदस्य हरिनाथ खूंटे ने इस प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें फिक्सिंग की गई है। उन्होंने कहा,
“यह प्रक्रिया पूरी तरह से धांधली से भरी हुई है। प्रशासन जानबूझकर पारदर्शिता से बचने की कोशिश कर रहा है।”
भाजपा ने इसे एक बड़ा मुद्दा बनाते हुए आरक्षण प्रक्रिया की जांच कराने की मांग उठाई है।
प्रशासन का रुख
डिप्टी कलेक्टर अनिकेत साहू ने कहा,
“हमारी प्राथमिकता है कि पंचायत आरक्षण प्रक्रिया निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से हो। सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। प्रदर्शनकारियों से अपील है कि शांति बनाए रखें।”
वहीं, एसडीएम प्रखर चंद्रा ने कहा कि प्रशासन ने सभी नियमों का पालन किया है, और टोकन प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।
घटना का असर
इस विवाद के कारण पंचायत आरक्षण प्रक्रिया बाधित हो गई है। लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे विरोध जारी रखेंगे।