बिहार विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है और चुनावी मुकाबले को राज्य के सबसे बड़े त्योहार छठ पूजा के सम्मान और अपमान से जोड़ दिया है। अपने हालिया रैलियों में, प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस गठबंधन पर हिंदू आस्था और बिहार की संस्कृति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए, चुनाव को विकास बनाम जंगल राज की लड़ाई के रूप में पेश किया है।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव पर परोक्ष रूप से हमला किया और कहा कि जो लोग विदेशी त्योहार ‘हैलोवीन’ मनाते हैं, उन्हें बिहार के आस्था के महापर्व छठ पूजा की अहमियत समझ नहीं आएगी। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस कथित बयान को भी आड़े हाथों लिया, जिसमें उन्होंने छठ पूजा को ‘ड्रामा’ बताया था। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार की माताएं-बहनें और आस्थावान लोग इस अपमान को कभी नहीं भूलेंगे।
छठ पूजा को बताया बिहार का गौरव
पीएम मोदी ने अपनी सरकार के प्रयासों पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार छठ महापर्व को यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल कराने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, “जब आपका बेटा (मोदी) छठ को दुनिया भर में सम्मान दिलाना चाहता है, तो ये लोग इसका अपमान करते हैं। क्या बिहार ऐसे लोगों को माफ़ करेगा?”
‘जंगल राज’ और भ्रष्टाचार पर हमला
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय जनता दल के पिछले शासन को ‘जंगल राज’ बताते हुए उन पर हमला जारी रखा। उन्होंने कहा कि राजद की पहचान ‘कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुशासन और भ्रष्टाचार’ से है, और उनका शासन आने पर राज्य में फिर से भय का माहौल बन जाएगा। उन्होंने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जैसे नेताओं पर भी निशाना साधा और उन्हें घोटालों में जमानत पर बाहर चल रहे ‘युवराज’ बताया।
पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि बिहार की जनता अब विकास और स्थिरता चाहती है, और एनडीए सरकार ही वह सुनिश्चित कर सकती है।